लेखनी कविता - कारे कारे सबसे बुरे ओधव प्यारे -मीरां

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कारे कारे सबसे बुरे ओधव प्यारे -मीरां  कारे कारे सबसे बुरे ओधव प्यारे॥ध्रु०॥  कारेको विश्वास न कीजे अतिसे भूल परे॥१॥  काली जात कुजात कहीजे। ताके संग उजरे॥२॥  श्याम रूप कियो भ्रमरो। ...

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